लेखनी कहानी -01-Sep-2022 सौंदर्या का अवतरण का चौथा भाग भाग 5, भाग-6 भाग 7 रक्षा का भारत आना ८- श्रेय

९- श्रेया के बच्चे के लिए 

 सभी छोटे छोटे कपड़े और खिलौने देखकर बहुत खुश हुए। रक्षा ने सारा सामान पैक कर के संभाल के श्रेया के कमरे में रख दिया। आज श्रेया बहुत थक चुकी थी। तो खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में आराम करने चली गई । लेटते ही श्रेया को नींद आ गई ।और जब उसकी आंख खुली तो शाम हो चुकी थी। श्रेया उठी और उठकर  कमरे के बाहर आई तो देखा सभी लोग चाय पी रहे थे। सासु मां ने श्रेया को भी चाय दी और श्रेया ने सभी के साथ बैठकर चाय पी।

अब शाम के खाने की तैयारी सासू मां ने की। श्रेया हाथ बटाना चाहती थी। सासू मां ने श्रेया को आराम करने को कहा- क्योंकि श्रेया  सुबह पूरा खाना बना चुकी थी। वह बहुत थक गई थी, श्रेया का थका हुआ चेहरा मां को साफ-साफ दिख रहा था। और वह उसको हमेशा खुश देखना चाहती थी,इसलिए सासू मां ने खुद ही खाना बनाया। रक्षा ने रसोई घर में मां की मदद की। 
खाना बनते ही सासु मां ने सब को खाना परोस दिया और खाना खाकर सभी को आराम करने के लिए कहा।सभी आराम करने अपने अपने कमरे में चले गए क्योंकि रात हो चुकी थी। तो सभी शुभ रात्रि.... कहकर अपने अपने कमरे में सोने चले गए। खाना खाने के बाद रक्षा थोड़ी देर के लिए फिर श्रेया के पास आई और उसने भाभी से खरीदे हुए सामान के बारे में पूछा- कि तुम्हें वह सामान पसंद आया कि नहीं। 
श्रेया ने हां ...में सिर हिला दिया।और कहा- कि तुम जो भी लाई हो बहुत अच्छा है तुम्हारी पसंद बहुत अच्छी है। आखिर बुआ भी किसी मां से कम नहीं होती है। श्रेया ने रक्षा को हम अपने कमरे में जाकर सोने के लिए कहा....  क्योंकि कल फिर से डॉक्टर के यहां चेकअप के लिए जाना होगा। कल की रात भी गपशप में गुजर गई ठीक से नींद पूरी नहीं हुई । तो जाओ... तुम भी सो जाओ.. और मैं भी सो जाती हूं ।सुबह जल्दी उठना है। रक्षा शुभ रात्रि बोल कर अपने कमरे में चली गई।श्रेया ने सखी जैसी छोटी ननद को जवाब में कहा- शुभरात्रि । 
कमरे में जाकर श्रेया बिस्तर पर लेट गई।उसका पति श्रवन पहले ही सो चुका था। श्रेया भी अपने आप को बहुत ही सहज महसूस कर रही थी। इसलिए उसे भी लेटते ही नींद आ गई। अच्छी नींद अच्छे स्वास्थ्य की निशानी होती है, इसलिए ऐसा लग रहा था, कि श्रेया पूर्ण रूप से स्वस्थ महसूस कर रही है। अभी उसे कोई परेशानी नहीं है। यह एक अच्छी निशानी थी श्रेया की डिलीवरी का समय नजदीक आ रहा था। कल सुबह उठकर श्रेया को नियमित चेकअप के लिए जाना था। तभी....…अचानक श्रवन की आंख खुली और उसने श्रेया को ठीक से सोते हुए देखा, देखकर वह भी फिर से सो गया। उसे श्रेया की बहुत फिक्र लगी रहती थी।मन में डर भी था, कि सब कुछ कैसा होगा पर वह यह बाते श्रेया के ऊपर जाहिर नहीं करता था। श्रेया को हमेशा खुश रखता और सकारात्मक बातें ही करता। अगर श्रेया कभी नकारात्मक सोचने लगती,तो श्रवन हमेशा ही श्रेया को समझाता। और कहता कि परेशान होने की जरूरत नहीं है.... सब कुछ अच्छा होगा।.... बहुत अच्छा होगा। 
श्रेया ने कहा-आमीन... भगवान करे सब अच्छा ही हो। ऐसी आशा लेकर वह दोनों बिस्तर से उठे और कमरे के बाहर आए। कमरे से बाहर आकर श्रेया ने यह देखा। सभी लोग जाग चुके हैं,श्रेया रसोई घर में गई और उसने चाय बनाई। तब तक सासु मां भी रसोई घर में आ गई और श्रेया को चाय बनाते देख बोली,...कि चाय मैं बना लेती.... तुम क्यों परेशान हो रही हो. श्रेया ने कहा- मां जी इसमें परेशानी की क्या बात है। मैं ठीक हूं, तो बना रही हूं इसे देख आपको खुश होना चाहिए। आपको लगना चाहिए कि मैं स्वस्थ हूं।
 सासू मां ने कहा- हां यह बात तो सच है। और चाय लेकर श्रेया और उसकी सासू मां दोनों रसोई घर से बाहर आए और उन्होंने सभी को चाय दी और चाय पीते पीते से सभी श्रेया के अस्पताल जाने की बातें कर रहे थे। क्योंकि श्रेया को आज नियमित चेकअप के लिए डॉक्टर के पास जाना था। चाय पीने के बाद सासू मां से श्रेया को नहा धोकर तैयार होने को कहा और खुद रसोई घर में नाश्ता बनाने चली गई। जब तक श्रेया  तैयार होकर बाहर आई, सासू मां ने नाश्ता तैयार कर दिया था।

 उन्होंने श्रेया और श्रवण को पहले नाश्ता कराया। और उन्हें अस्पताल के लिए रवाना कर दिया। बाकी परिवार के लोगों को उन्होंने बाद में नाश्ता दिया क्योंकि श्रेया और श्रवन को डॉक्टर के यहां जाने में देर ना हो जाए । श्रवन ने गाड़ी घर के दरवाजे पर लगाई और श्रेया का हाथ पकड़ के श्रेया को गाड़ी में बैठाया। गाड़ी में बैठ जाने के बाद श्रवन ने ड्राइवर को गाड़ी चलाने के लिए कहा-

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16 Comments

नंदिता राय

08-Sep-2022 08:43 PM

शानदार भाग

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Seema Priyadarshini sahay

08-Sep-2022 06:15 PM

बेहतरीन भाग

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Abeer

08-Sep-2022 03:52 PM

Bahut khub

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